भोपाल की बड़ी झील डल झील से कम आकर्षक नहीं, और विकसित किया जाएगा: मुख्यमंत्री यादव
ब्रजेन्द्र राजकुमार
- 14 Aug 2025, 07:40 PM
- Updated: 07:40 PM
(तस्वीरों के साथ)
भोपाल, 14 अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि भोपाल की बड़ी झील कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील से कम खूबसूरत नहीं है तथा शिकारा सेवा शुरू कर इसे पर्यटकों के आकर्षण के रूप में और विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को समर्पित अभियान ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के तहत सुरम्य मानव निर्मित झील में नौकाओं में ‘जल तिरंगा यात्रा’ को हरी झंडी दिखाने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘भोपाल की बड़ी झील कश्मीर की डल झील से कम नहीं है तथा इसे पर्यटन विभाग की मदद से शिकारा सेवा शुरु कर आगे और विकसित किया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘वाटर स्पोर्ट्स’ समेत सभी श्रेणियों में ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेल जैसे अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में देश के लिए अधिक से अधिक पदक जीतने के उद्देश्य से राज्य में खेल गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ‘वाटर स्पोर्ट्स’ खिलाड़ियों और विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, भोपाल की महापौर मालती राय और पार्टी की भोपाल इकाई के अध्यक्ष रविन्द्र यति उपस्थित थे।
इससे पहले, बुधवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास परिसर में यादव की अगुवाई में तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। इस यात्रा में मुख्यमंत्री सचिवालय और आवास में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और दीदी कैफे की दीदियां शामिल हुईं।
मुख्यमंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर कोलार रोड क्षेत्र में कर्म श्री संस्था द्वारा आयोजित यात्रा में भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से दुनिया देश की वीरता और सशस्त्र बलों के बहादुर बेटों से परिचित हुई है।
यादव ने भोपाल के दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में तिरंगा फहराकर शौर्य स्मारक से शुरू हुई विशाल तिरंगा यात्रा को भी हरी झंडी दिखाई। इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व विधायक भगवानदास सबनानी करते हैं।
शौर्य स्मारक से भारत माता चौक तक निकाली गयी तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने दोपहिया वाहनों पर सवार होकर भाग लिया। यात्रा में ब्रह्मोस मिसाइलों और राफेल लड़ाकू विमानों के मॉडल भी प्रदर्शित किए गए थे।
भाषा ब्रजेन्द्र