झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर उनके निर्वाचन क्षेत्र घाटशिला ले जाया गया
शोभना नेत्रपाल
- 16 Aug 2025, 03:07 PM
- Updated: 03:07 PM
रांची, 16 अगस्त (भाषा) झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर उनके निर्वाचन क्षेत्र घाटशिला ले जाया गया। सोरेन का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था।
घाटशिला के मऊ भंडार मैदान में नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि मंत्री का अंतिम संस्कार शाम करीब चार बजे जमशेदपुर के घोराबंदा स्थित उनके पैतृक स्थान पर किया जाएगा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता का पार्थिव शरीर आज सुबह रांची लाया गया और लोगों के अंतिम दर्शन के लिए विधानसभा परिसर में रखा गया। विधानसभा से पार्थिव शरीर घाटशिला ले जाया गया।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी और मंत्रियों, विधायकों तथा नेताओं ने शनिवार को सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राज्यसभा सदस्य महुआ माझी सहित अन्य लोगों ने विधानसभा परिसर में सोरेन को श्रद्धांजलि दी।
झारखंड के राज्यपाल ने सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं एक हफ्ते पहले अस्पताल में उनसे मिलने गया था। मुझे बताया गया कि उनका मस्तिष्क मृत हो चुका है। ऐसी स्थिति में उनके ठीक होने की संभावना बहुत कम थी। चिकित्सकों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।’’
राज्यपाल ने शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की।
गंगवार ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘रामदास सोरेन जी का असामयिक निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।’’
विधानसभा अध्यक्ष महतो ने कहा, ‘‘रामदास सोरेन पृथक झारखंड आंदोलन के सिपाही और योद्धा थे। बाद में वह विधायक और फिर मंत्री बने। उन्हें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग का प्रभार दिया गया था और वह अच्छा काम कर रहे थे। वह बहुत ही सरल और लोकप्रिय नेता थे। उनका निधन राज्य के लिए बहुत बड़ी क्षति है।’’
परिवहन, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दीपक बिरुआ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म के लिए रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में हैं।
झारखंड भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा, ‘‘सरल और सौम्य व्यक्तित्व के धनी रामदास जी के निधन से राज्य की राजनीति में एक गहरा शून्य पैदा हो गया है।’’
इससे पहले झामुमो और कांग्रेस के कई नेता रांची हवाई अड्डे पहुंचे और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा, ‘‘रामदास सोरेन हमेशा वंचित और पिछड़े समुदायों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे। उनका पूरा राजनीतिक जीवन जनसेवा के लिए समर्पित रहा।’’
झामुमो नेता को दो अगस्त को आवास में बाथरूम में गिरने के बाद जमशेदपुर से राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोरेन (62) की हालत गंभीर थी और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
झारखंड सरकार ने सोरेन के निधन पर शनिवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
भाषा शोभना