कन्नौज में करंट लगने से लाइनमैन की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन
सं जफर संतोष
- 16 Aug 2025, 03:16 PM
- Updated: 03:16 PM
कन्नौज (उप्र), 16 अगस्त (भाषा) कन्नौज के ठठिया थाना क्षेत्र के पुंगरा गांव में एक लाइनमैन की बिजली का करंट लगने से मौत होने के बाद परिजनों ने तिर्वा बिजली उपकेंद्र पर शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इस दौरान कुछ अराकतत्वों ने पथराव किया जिससे पुलिस की एक गाड़ी के शीशे टूट गए।
पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार को कन्नौज के पुंगरा गांव में उस समय घटी जब बिजली विभाग के लाइनमैन ब्रजेश राठौर ने बिजली लाइन की मरम्मत के लिए ‘शटडाउन’ लिया था। लेकिन जैसे ही वह खंभे पर चढ़े, बिजली आपूर्ति शुरू हो गई और वह करंट की चपेट में आ गए।
पुलिस ने बताया कि खंभे से गिरने के बाद राठौर को राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कन्नौज सीट से सांसद और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज में बिजली कर्मी की करंट लगने से हुई मृत्यु पर दुख जताया है।
सांसद अखिलेश ने दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन और दंडात्मक कार्रवाई की भी मांग की है। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दिये जाने की मांग की।
मामला बिगड़ने के बाद जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री एवं पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार शाम बिजली के करंट से ठठिया निवासी लाइनमैन बृजेश राठौर (24) की मौत हो गई जो संविदा पर कार्यरत थे। उन्होंने कहा कि इसके बाद परिजनों ने तिर्वा बिजली उपकेंद्र के बाहर शव रखकर सड़क जाम कर दिया और दो घंटे तक जमकर हंगामा किया। इस दौरान कुछ अराजकतत्वों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया जिससे गाड़ी के शीशे टूट गए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं। उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों को चिह्नित करके कार्रवाई की जाएगी और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सड़क जाम के दौरान पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन सड़क से उठन को राजी नहीं हुए।
इस दौरान तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जबरदस्ती हटाने का प्रयास करने लगे जिससे जाम लगाए लोगों और पुलिस में झड़प हो गई। पुलिसकर्मियों के साथ महिलाओं ने भी धक्का-मुक्की की। इसके बाद पुलिस ने लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ा और करीब तीन घंटे बाद हालात पर काबू पाया।
भाषा सं जफर