दो सप्ताह में आएंगे छह कंपनियों के आईपीओ, करीब 11,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
प्रेम प्रेम अजय
- 19 May 2025, 03:54 PM
- Updated: 03:54 PM
नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) वर्ष 2025 में प्राथमिक बाजार से धन जुटाने की गतिविधियां सुस्त रहने के बाद इस महीने छह कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) आ रहे हैं। इन आईपीओ के जरिये कुल 11,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाई जाएगी। निवेश बैंकिंग सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अगले कुछ दिनों में प्रतिभूति बाजार में दस्तक देने वाली कंपनियों में ‘द लीला' होटल शृंखला का संचालन करने वाली श्लॉस बेंगलोर लिमिटेड भी शामिल है।
इसकी शुरुआत इस सप्ताह बोराना वीव्स और बेलराइज इंडस्ट्रीज के आईपीओ के साथ होगी। बोराना वीव्स 20 मई को 144 करोड़ रुपये का आईपीओ जारी करेगी, जबकि पुणे स्थित बेलराइज इंडस्ट्रीज का 2,150 करोड़ रुपये का आईपीओ 21 मई को खुलेगा।
चार अन्य कंपनियों- श्लॉस बेंगलोर लिमिटेड, एजिस वोपक टर्मिनल, एरिसइन्फ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड और स्कोडा ट्यूब्स के अगले सप्ताह अपने आईपीओ लाने की उम्मीद है।
श्लॉस बेंगलोर का प्रस्तावित आईपीओ 3,000 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों के नए निर्गम और प्रवर्तक फर्म डीआईएफसी द्वारा 2,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री पेशकश का संयोजन है।
एजिस लॉजिस्टिक्स लिमिटेड की अनुषंगी एजिस वोपैक टर्मिनल्स ने इक्विटी शेयरों के नए निर्गम से 3,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
वहीं, एरिसइन्फ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड ने आईपीओ से 600 करोड़ रुपये और स्कोडा ट्यूब्स ने 275 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
निवेश बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि इन छह कंपनियों द्वारा आईपीओ के जरिये कुल मिलाकर 11,669 करोड़ रुपये जुटाए जाने की उम्मीद है।
इन आईपीओ के आने से शेयर बाजार में नई कंपनियों की सूचीबद्धता की सुस्त पड़ी रफ्तार तेज होने की संभावना है। वैश्विक और घरेलू कारकों से शेयर बाजार में अस्थिरता रहने से इस साल अबतक केवल 10 कंपनियां ही आईपीओ लेकर आई हैं।
यह वर्ष 2024 में आए 91 आईपीओ की तुलना में काफी कम है जिनसे कुल 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
हालांकि, कंपनियां आईपीओ की मंजूरी के लिए लगातार सेबी के समक्ष आवेदन दाखिल कर रही हैं और बाजार के स्थिर होने का इंतजार कर रही हैं।
एक्सिस कैपिटल आईपीओ मार्केट अपडेट मई-2025 के मुताबिक, 57 कंपनियों को सेबी से आईपीओ की मंजूरी मिल चुकी है और अन्य 74 फर्म इस मंजूरी का इंतजार कर रही हैं।
भाषा प्रेम प्रेम