गुरुग्राम टेनिस खिलाड़ी हत्या मामला: चाचा ने कहा- गोलीबारी के समय पीड़िता की मां उसी मंजिल पर थी
सुरेश रंजन
- 11 Jul 2025, 08:14 PM
- Updated: 08:14 PM
गुरुग्राम, 11 जुलाई (भाषा) हरियाणा की गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि वह पूर्व टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या मामले की सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि घटना के समय उसकी मां क्या कर रही थीं।
राधिका के चाचा कुलदीप यादव की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, घटना के समय राधिका की मां मंजू यादव मकान की पहली मंजिल पर ही मौजूद थीं।
गुरुग्राम के पॉश इलाके सुशांत लोक में स्थित अपने दो मंजिला मकान में बृहस्पतिवार को दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका (25) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में दीपक यादव (49) ने बेटी की हत्या की बात कबूल कर ली, फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
राधिका यादव पिछले साल एक संगीत वीडियो में नजर आई थीं। इस वीडियो में एक अन्य कलाकार भी था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हो सकता है कि इस संगीत वीडियो की वजह से घर में तनाव पैदा हुआ हो, इसलिए वह इस पहलू की भी जांच करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार, दीपक यादव ने कबूल किया कि उसने राधिका पर गोली चलाई, क्योंकि उसे अक्सर उसकी कमाई पर निर्भर रहने के लिए ताना मारा जाता था। पुलिस ने एक बयान में दावा किया कि राधिका द्वारा संचालित टेनिस अकादमी ही दोनों (पिता-पुत्री) के बीच विवाद का कारण थी।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप सिंह ने कहा, “उसके पिता इससे खुश नहीं थे।”
सिंह ने कहा कि दीपक ने खुलासा किया है कि उसे अपनी बेटी द्वारा टेनिस अकादमी चलाने पर आपत्ति थी, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था।
प्रवक्ता ने कहा, “कई बार दीपक ने राधिका को अकादमी बंद करने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं मानी। गुस्से में आकर दीपक ने राधिका को तीन बार गोली मारी।’’
पुलिस ने दावा किया कि आरोपी को लगता था कि वह आर्थिक रूप से संपन्न है और किराये से भी कमाता है, इसलिए उसकी बेटी को अकादमी चलाने की कोई जरूरत नहीं है।
गुरुग्राम की एक अदालत ने शुक्रवार को दीपक यादव को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अदालत के बाहर, पुलिस के एक अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने आरोपी की दो दिन की हिरासत मांगी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर की गोलियां बरामद करनी हैं। हमें यह सत्यापित करना है कि उसने कितनी गोलियां खरीदी थीं।’’
यह पूछे जाने पर कि गोलियां कहां से बरामद की जानी हैं तो अधिकारी ने कहा, “आरोपी की रेवाड़ी के पास कसम गांव में जमीन है। हमें गोलियां वहीं से लानी है।”
मीडियाकर्मियों के एक समूह ने अदालत से बाहर आते समय आरोपी से कई सवाल पूछे, लेकिन पुलिस ने उसे तुरंत गाड़ी में बैठा दिया।
टी-शर्ट और पैंट पहने आरोपी ने पुलिस सुरक्षा में अदालत में पेशी के लिए गाड़ी से उतरते समय अपना सिर तौलिए से ढका हुआ था।
मीडियाकर्मियों ने उससे कई सवाल पूछे, जो जानना चाहते थे कि उसने अपनी बेटी की हत्या क्यों की। हालांकि, आरोपी को जल्दी से अदालत परिसर के अंदर ले जाया गया।
सुनवाई के बाद जब वह अदालत से बाहर आया, तो उसका तौलिया उतरा हुआ था। उससे वही सवाल पूछे गए और पुलिस फिर से उसे जल्दी से गाड़ी तक ले गई।
प्राथमिकी में, कुलदीप यादव ने कहा कि दीपक, उनकी पत्नी मंजू और बेटी राधिका सेक्टर 57 स्थित मकान की पहली मंजिल पर जबकि वह (कुलदीप) अपने परिवार के साथ भूतल पर रहते हैं।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बृहस्पतिवार सुबह लगभग 10:30 बजे, उन्होंने अचानक एक "तेज आवाज" सुनी और पहली मंजिल पर पहुंचे।
कुलदीप ने कहा, ‘‘मैंने अपनी भतीजी राधिका को रसोई में खून से लथपथ देखा और रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में मिली। मेरा बेटा पीयूष यादव भी दौड़ता हुआ पहली मंजिल पर पहुंचा। हम दोनों राधिका को उठाकर अपनी कार में सेक्टर 56 स्थित एशिया मैरिंगो अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
इससे पहले, पुलिस ने बताया था कि घटना अपराह्न करीब दो बजे हुई जब राधिका पहली मंजिल पर रसोई में खाना बना रही थी।
कुलदीप यादव ने बताया कि घटना के समय घर की पहली मंजिल पर केवल दीपक, उसकी पत्नी और बेटी ही थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना के समय दीपक का बेटा धीरज वहां मौजूद नहीं था और यह बात प्राथमिकी में दर्ज है।
पुलिस के अनुसार, दीपक ने कम से कम पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन राधिका की पीठ में लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पहले कहा गया था कि राधिका की मां भूतल पर थीं और गोलियों की आवाज सुनकर ऊपर की ओर दौड़ीं। उनके अनुसार, गोलियों की आवाज प्रेशर कुकर के फटने जैसी थी।
पूर्व टेनिस खिलाड़ी के चाचा कुलदीप ने पुलिस से कहा, "मेरी भतीजी एक बहुत अच्छी टेनिस खिलाड़ी थी और उसने कई ट्रॉफियां जीती थीं। मेरी समझ नहीं आ रहा कि उसकी हत्या क्यों की गई? मेरे भाई के पास लाइसेंस वाली प्वॉइंट 32 बोर की रिवॉल्वर है। वह वहीं पड़ी थी।’’
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वे सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें यह पहलू भी शामिल है कि हत्या के समय पूर्व टेनिस खिलाड़ी की मां क्या कर रही थीं।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ की वेबसाइट के अनुसार, राधिका यादव ने इस साल की शुरुआत में इंदौर और कुआलालंपुर में टूर्नामेंट खेले थे, लेकिन ये क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं थीं, मुख्य प्रतिस्पर्धा नहीं थीं। अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने उन्हें 1999वीं रैंकिंग दी थी।
उन्होंने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) की अंडर-18 रैंकिंग में 75वां और एआईटीए महिला एकल रैंकिंग में 35वां स्थान हासिल किया था।
एआईटीए के अधिकारी अनिल धूपर ने इस घटना पर दुख और सदमे का इजहार किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह वाकई दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वह इस साल डब्ल्यू-35 खेलने के लिए इंदौर आई थीं। अपने जूनियर दिनों में, वह बहुत होनहार थीं। वह हमेशा से भविष्य के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए एक अकादमी शुरू करना चाहती थीं और इसके लिए क्या किया जाए, यह जानना चाहती थीं। जो हुआ, वह जानकर वाकई बहुत दुख हुआ।’’
हरियाणा टेनिस संघ (एचटीए) की अध्यक्ष सुमन कपूर ने कहा, "वर्ष 2023 के राष्ट्रीय खेलों के दौरान वह हरियाणा टीम के साथ थीं। उसके बाद, वह राज्य टीम में जगह नहीं बना पाईं।’’
कपूर ने कहा, "हमें उनकी अकादमी के बारे में नहीं पता... यह एचटीए में पंजीकृत नहीं थी। हमें उनके कोचिंग करियर के बारे में भी ज़्यादा जानकारी नहीं है और उन्होंने अपने केंद्र में कोई टूर्नामेंट आयोजित नहीं किया।"
भाषा सुरेश