रूट की शतकीय पारी से इंग्लैंड ने भारत पर बनाया दबदबा
आनन्द
- 25 Jul 2025, 11:20 PM
- Updated: 11:20 PM
मैनचेस्टर, 25 जुलाई (भाषा) जो रूट (150) के 38वें टेस्ट शतक से इंग्लैंड ने पांच मैचों की श्रृंखला के चौथे टेस्ट के तीसरे दिन अपनी पहली पारी में सात विकेट पर 544 रन बनाकर भारत के खिलाफ अपनी पकड़ काफी मजबूत कर ली है।
भारत की पहली पारी 358 रन पर सिमटी थी जिससे इंग्लैंड की कुल बढ़त अब 186 रन की हो गयी और उसके तीन विकेट शेष है। स्टंप्स के समय इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स 77 रन पर खेल रहे थे जबकि लियाम डॉसन 21 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए है।
रूट ने अपनी इस यादगार पारी के दौरान ओली पोप (71) के साथ तीसरे विकेट के लिए 144 और बेन स्टोक्स के साथ 142 रन की साझेदारी की।
रूट ने अपनी 248 गेंद की शानदार पारी के दौरान 14 चौके लगाने के साथ कई रिकॉर्ड अपने नाम किये। वह 120 के व्यक्तिगत स्कोर पर पहुंचते ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (13378) को पछाड़कर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर आ गये।
अपना 157वां टेस्ट खेल रहे 34 साल के रूट ने दिन के पहले सत्र में सबसे ज्यादा टेस्ट रन के मामले में भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ (13288) और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान हरफनमौला जैक कैलिस (13289) को पीछे छोड़ा।
वह अब सिर्फ भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (15921) से पीछे हैं।
भारत के खिलाफ 2012 में नागपुर टेस्ट पदार्पण करने वाले रूट ने इस देश के खिलाफ अपना 12वां शतक जड़कर एक और रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के भारत के खिलाफ 11 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
रूट के टेस्ट करियर का यह 38 वां शतक हैं। वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में शतक बनाने वालों की सूची में श्रीलंका के पूर्व दिग्गज कुमार संगकारा के साथ चौथे स्थान पर आ गए हैं। इस सूची में उनसे आगे तेंदुलकर (51), जैक कैलिस (45) और पोंटिंग (41) हैं।
रूट ने अपनी इस यादगार पारी के दौरान ओली पोप (71) के साथ तीसरे विकेट के लिए 144 और स्टोक्स के साथ 142 रन की साझेदारी की। स्टोक्स 66 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट हो गये लेकिन क्रिस वोक्स (चार) के रूप में छठा विकेट गिरने के बाद फिर से बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आये।
पिच की असमान उछाल को देखते हुए इंग्लैंड की कोशिश बड़ी बढ़त कायम कर भारत पर दबाव बनाने की होगी क्योंकि मैच के चौथे और पांचवें दिन गेंद के नीचे रहने के कारण बल्लेबाजी और मुश्किल होती जायेगी।
रूट ने अपनी पारी में मैदान के चारों ओर शानदार शॉट लगाये। तेज गेंदबाजों के खिलाफ कवर क्षेत्र की ओर गेंद को सहलाते हुए चौका लगाने के अलावा उन्होंने शॉट गेंद के खिलाफ सहजता से पुल शॉट खेले तो वही स्पिनरों के खिलाफ आसानी से स्वीप और रिवर्स स्वीप पर रन बटोरे।
उनकी पारी का अंत दिन के आखिरी सत्र में रविंद्र जडेजा (117 रन पर दो विकेट) की गेंद पर हुआ, जब उनका पैर क्रीज से बाहर निकल गया और विकेट के पीछे ध्रुव जुरेल ने समय गवाएं बिना गिल्लियां बिखेर दी।
जसप्रीत बुमराह (95 रन पर एक विकेट) ने इसके बाद खतरनाक जैमी स्मिथ (नौ) को चलता किया तो वहीं मोहम्मद सिराज (113 रन पर एक विकेट) को वोक्स के रूप में पहली सफलता मिली।
भारतीय गेंदबाजों के लिए दिन का पहला सत्र पूरी तरह से निराशाजनक रहा लेकिन वाशिंगटन सुंदर (57 रन पर दो विकेट) ने दूसरे सत्र की शुरुआत में पोप और हैरी ब्रुक (तीन) के विकेटों के साथ भारत को दो सफलता दिलाई।
भारत ने लंच के बाद दूसरे सत्र की शुरुआत में सुंदर और रविंद्र जडेजा की स्पिन गेंदबाजों की जोड़ी से गेंदबाजी कराई। सुंदर ने पोप को स्लीप में लोकेश राहुल के हाथों कैच कराकर रूट के साथ तीसरे विकेट के लिए उनकी 144 रन की साझेदारी को तोड़ा।
हैरी ब्रुक सुंदर के खिलाफ क्रीज से बाहर निकल कर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टंप हो गये।
रूट ने अंशुल कंबोज (89 रन पर एक विकेट) के खिलाफ ग्लांस कर चौके के साथ टेस्ट में अपना 38वां शतक पूरा किया और चाय के विश्राम से पहले इस गेंदबाज के खिलाफ एक रन चुराकर पोंटिंग के टेस्ट करियर के रनों को पीछे छोड़ दिया।
बुमराह ने नयी गेंद से सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी की और फिर मैदान से बाहर चले गये जिससे भारत की मुश्किलें और बढ़ गयी। वह चाय के विश्राम से पहले गेंदबाजी के लिए लौटे लेकिन अंपायरों ने उन्हें बताया कि वह जितने देर मैदान से बाहर रहे है उतना समय मैदान पर बिताने के बाद ही गेंदबाजी कर सकते हैं।
इससे पहले दिन की शुरुआती सत्र में रूट और पोप ने भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका दिए बिना टीम के स्कोर को दो विकेट पर 332 रन तक पहुंचा दिया था।
भारतीय गेंदबाज दिन के शुरुआती सत्र में रूट और पोप के लिए कोई भी मुश्किल चुनौती पैदा करने में नाकाम रहे। मैच के दूसरे दिन की शाम के सत्र को छोड़ दे तो भारतीय गेंदबाजी आक्रमण एक बार फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी में सेंध लगाने में नाकाम रहा।
जेम्स एंडरसन के छोर से कुछ गेंदों के नीचे रहने के कारण इंग्लैंड के बल्लेबाजों को थोड़ी परेशानी हुई लेकिन बुमराह की अगुवाई वाली गेंदबाजी इकाई ने रूट और पोप को ज्यादा परेशान नहीं किया। बृहस्पतिवार को लेग साइड पर बहुत ज्यादा ढीली गेंदें फेंकने वाले भारतीय तेज गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर खराब गेंद डालना जारी रखा जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज कभी दबाव में नहीं आये।
इंग्लैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज रूट ने दिन की शुरुआत में बुमराह की गेंद पर फ्लिक कर शानदार चौका जड़ा। उन्हें और पोप को बुमराह की शॉट गेंद पर चौका लगाने में कोई परेशानी नहीं हुई। दिन की शुरुआत दो विकेट पर 225 रन से आगे करते हुए इंग्लैंड ने पहले घंटे में सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को 266 रन तक पहुंचाया।
कंबोज ने अपने शुरुआती स्पेल में एक मौका बनाया, लेकिन विकेट के करीब से कीपिंग कर रहे ध्रुव जुरेल मुश्किल कैच को लपक नहीं पाए। उस समय पोप 48 रन पर थे।
रूट को इस दौरान जीवनदान भी मिला जब सिराज के गेंद पर रन चुराने के दौरान वह गेंदबाजी छोर से काफी दूर रह गये लेकिन रविंद्र जडेजा का थ्रो विकेटों के दूर से निकल गया।
भाषा आनन्द