मणिपुर के डीजीपी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर युवाओं से हिंसा छोड़ने का आग्रह किया
जोहेब माधव
- 26 Jul 2025, 06:20 PM
- Updated: 06:20 PM
इंफाल, 26 जुलाई (भाषा) मणिपुर के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने शनिवार को कारगिल दिवस की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर राज्य के युवाओं से हिंसा छोड़ने और देश की सेवा में खुद को समर्पित करने की अपील की।
पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत की याद में मनाए जाने वाले कारगिल विजय दिवस के संबंध में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने धैर्य, दृढ़ता और इस चुनौतीपूर्ण समय में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ निरंतर सहयोग के लिए मणिपुर के लोगों का आभार व्यक्त किया।
पुलिस प्रमुख ने कहा, “इस पावन स्मृति दिवस पर सभी प्रकार की हिंसा, उग्रवाद और विभाजन के विरुद्ध एकजुट होने का संकल्प लें।”
मणिपुर में दो साल पहले मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद 260 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए।
सिंह ने कहा, “मैं मणिपुर के युवाओं से हिंसा को अस्वीकार करने और राज्य तथा राष्ट्र की सेवा में खुद को समर्पित करने की अपील करता हूं। शांतिपूर्ण और प्रगतिशील भविष्य के निर्माण के लिए आपकी ऊर्जा, अनुशासन और एकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के असाधारण साहस, बलिदान और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प का उल्लेख करते हुए शनिवार को कहा कि लूटे गए हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी उनके (सुरक्षा बलों के) प्रयासों का ही नतीजा है।
उन्होंने कहा, "1999 में आज ही के दिन, हमारे बहादुर सैनिकों ने ऑपरेशन विजय के दौरान अद्वितीय वीरता के साथ हमारी भूमि को पुनः प्राप्त किया था। पुलिस बल के प्रमुख के रूप में, यह दिन सुरक्षा व सेवा के हमारे अपने मिशन से गहराई से जुड़ा है।”
सिंह ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प का उल्लेख करते हुए कहा कि लूटे गए हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी उनके (सुरक्षा बलों के) प्रयासों का ही नतीजा है।
उन्होंने कहा कि अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए भारत-म्यांमा सीमा पर बाड़ लगाने का काम शुरू कर दिया गया है और अवैध प्रवासियों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी जिलों में विशेष कार्य बल गठित किए गए हैं।
सिंह ने कहा, “सशस्त्र बलों और पुलिस में मणिपुर के वीर सपूतों और बेटियों के योगदान की गौरवशाली परंपरा रही। उनकी युद्ध भावना आज भी शांति और व्यवस्था बनाए रखने के सामूहिक प्रयासों में जीवित है।”
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ महीनों में विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए, मणिपुर पुलिस ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए कई निर्णायक अभियान चलाए हैं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप लूटे गए हजारों हथियार और भारी मात्रा में गोला-बारूद व विस्फोटक बरामद हुए हैं।”
भाषा जोहेब