भाजपा ने राहुल की विरोध रैली के लिए फ्रीडम पार्क में पेड़ गिराए जाने के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
पारुल सुरेश
- 05 Aug 2025, 09:41 PM
- Updated: 09:41 PM
बेंगलुरु, पांच अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई ने मंगलवार को बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क परिसर में तोड़फोड़ किए जाने और पेड़ काटे जाने का आरोप लगाया, जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी “वोट चोरी” की कथित घटनाओं के खिलाफ आठ अगस्त को प्रदर्शन करने वाले हैं।
प्रदेश भाजपा ने पुलिस और प्रशासन से शिकायत कर इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल का “वोट चोरी” की कथित घटनाओं के खिलाफ फ्रीडम पार्क में आठ अगस्त को आयोजित किए जाने वाले प्रदर्शन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है, जिसके बाद बेंगलुरु में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर जारी विवाद के बीच राहुल ने 23 जुलाई को आरोप लगाया था कि भारत में चुनावों में वोटों की “चोरी” हो रही है। उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक के एक लोकसभा क्षेत्र का अध्ययन करके “वोटों की चोरी” के तरीके का पता लगा लिया है।
कर्नाटक भाजपा ने एक बयान में कहा, “उप्परपेट थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रदर्शन के लिए फ्रीडम पार्क में एक पुराने परिसर को ध्वस्त कर दिया गया।”
बयान के मुताबिक, शिकायत में परिसर को ध्वस्त कर कंक्रीट की सड़क बनाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और विरोध कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने और जनता को न्याय दिलाने का अनुरोध किया गया है।
इसमें कहा गया है कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के वन अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराके फ्रीडम पार्क में बड़े पेड़ों को काटे जाने की बात उनके संज्ञान में लाई गई है।
बयान के अनुसार, बिना अनुमति के पेड़ों को काटना अवैध है, जिससे सत्तारूढ़ पार्टी के शक्ति का दुरुपयोग करने की बात साबित होती है। इसमें कहा गया है कि शिकायत में पेड़ों की कटाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और विरोध कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, एआईसीसी महासचिव, पार्टी के कई नेता, मंत्री और विधायक शुक्रवार को होने वाले विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा ले सकते हैं।
फ्रीडम पार्क उस स्थान पर स्थित है, जहां पहले बेंगलुरु का केंद्रीय कारागार हुआ करता था। इस कारागार का ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि 1975 के आपातकाल के दौरान कई प्रमुख नेताओं को यहां कैद किया गया था।
भाषा पारुल