ओडिशा के केंद्रपाड़ा में पूर्व प्रेमी के ब्लैकमेल किए जाने के बाद कॉलेज छात्रा ने ‘आत्मदाह’ किया
शफीक अविनाश
- 06 Aug 2025, 09:48 PM
- Updated: 09:48 PM
केंद्रपाड़ा, छह अगस्त (भाषा) ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में बुधवार को एक कॉलेज छात्रा ने अपने पूर्व प्रेमी द्वारा उसकी अंतरंग तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करने की धमकी दिए जाने के बाद अपने घर में कथित तौर पर आत्मदाह कर लिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
बारह जुलाई के बाद से ओडिशा में किसी महिला की जलने से मौत की यह तीसरी घटना है।
ताजा घटना पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाना क्षेत्र के काठियापाड़ा गांव में बुधवार सुबह हुई। 19 वर्षीय छात्रा के पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी ने छह महीने पहले पुलिस में शिकायत दर्ज दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पिता ने कहा, ‘‘पुलिस ने मेरी बेटी से कहा कि अगर वह व्यक्ति उसे परेशान कर रहा है तो उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दे।’’
केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कटारिया ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस आरोप की जांच करेंगे।
पिता ने दावा किया कि जब उनकी बेटी घर में अकेली थी, तो उसने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली।
युवती अपने गांव के पास स्थित मोहनपुर कॉलेज में स्नातक की छात्रा थी।
पिता ने आरोप लगाया कि लड़की का पूर्व प्रेमी उसे ब्लैकमेल कर रहा था।
पिता ने आरोप लगाया, ‘‘मैं लगभग छह महीने पहले पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाने में शिकायत दर्ज कराने गया था... मैंने शिकायत की एक प्रति शैलेंद्र पलेई नामक एक पुलिस अधिकारी को दी थी। हालांकि, उन्होंने मुझे ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि शिकायत दर्ज न करना ही बेहतर है और सुझाव दिया कि हम उसके पूर्व प्रेमी का फोन नंबर ब्लॉक कर दें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर तुरंत कार्रवाई की गई होती, तो मेरी बेटी आत्महत्या नहीं करती।’’
हालांकि, शैलेंद्र पलेई ने इस आरोप से इनकार किया। उन्होंने दावा किया, ‘‘मुझे कोई शिकायत नहीं मिली और लड़की के पिता कभी हमारे थाने नहीं आए। मैंने कभी किसी को कोई फोन नंबर ब्लॉक करने का सुझाव नहीं दिया।’’
मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक कटारिया ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘युवती के पिता ने दावा किया है कि उसकी मौत आत्महत्या से हुई है। मामले की जांच की जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से पलेई के खिलाफ पिता के आरोपों की भी जांच करूंगा।’’
शिकायत की प्रति के बारे में पूछे जाने पर, युवती के पिता ने दावा किया कि जब पुलिस ने उनकी शिकायत स्वीकार करने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने उसे फाड़ दिया।
यह इस तरह की तीसरी घटना है। इससे पहले, बालासोर के एक कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने 12 जुलाई को कॉलेज परिसर में आत्मदाह कर लिया था और दो दिन बाद एम्स-भुवनेश्वर में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
पुरी जिले के बलांगा क्षेत्र की 15 वर्षीय एक अन्य लड़की की भी दो अगस्त को जलने से मौत हो गई थी।
इस बीच, राज्य के विपक्षी दलों ने इस ताजा घटना को लेकर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, जिनके पास गृह विभाग भी है, के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की।
बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पुलिस ने पीड़िता की शिकायत स्वीकार नहीं की, यह स्वीकार्य नहीं है। हम मुख्यमंत्री से आग्रह करते हैं कि गृह विभाग किसी अन्य मंत्री को सौंप दें, क्योंकि वह इसे संभालने में असमर्थ हैं। ’’
बीजद नेता ने कहा कि अगर बालासोर और बलांगा मामलों में ‘‘गलती करने वाले अधिकारियों’’ के खिलाफ कार्रवाई की गई होती, तो संबंधित पुलिस अधिकारी प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार करने की हिम्मत नहीं करते।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने केंद्रपाड़ा घटना की पड़ताल के लिए आठ सदस्यीय महिला तथ्यान्वेषण दल का गठन किया है।
कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि पीसीसी उपाध्यक्ष सस्मिता बेहरा की अध्यक्षता वाली यह टीम बृहस्पतिवार को पीड़िता के गांव और संबंधित थाने का दौरा करेगी।
भाषा शफीक