ओडिशा में पुलिस हिरासत में ‘यातना’ दिये जाने के बाद एक व्यक्ति ने खुदकुशी की कोशिश की
राजकुमार सुरेश
- 06 Aug 2025, 09:49 PM
- Updated: 09:49 PM
जाजपुर (ओडिशा), छह अगस्त (भाषा) ओडिशा के जाजपुर जिले में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर प्रताड़ित किये जाने के बाद 28 वर्षीय एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
पुलिस ने बताया कि ऐसी कोशिश करने वाले रवींद्र मलिक का कटक के एससीबी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है तथा उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस ने आरोपों का खंडन किया है। मलिक बाराचना प्रखंड के महीपुर गांव का रहने वाला है।
मलिक ने आरोप लगाया कि हिरासत में पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई की और उसे नंगा कर दिया, जिसके कारण उसने यह अतिवादी कदम उठाया।
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, रविवार को मलिक के शारीरिक रूप से विकलांग पिता महेश्वर और एक पड़ोसी पर उसके चचेरे भाई बादल ने कथित तौर पर तलवार से हमला किया। इसके बाद मलिक ने अपने पिता को बचाने के लिए बादल पर गर्म पानी फेंका।
बादल और मलिक ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
बादल की शिकायत पर पुलिस मलिक को पूछताछ के लिए थाने ले आयी। हवालात में पुलिस ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की और उसे कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया।
मलिक ने आरोप लगाया कि उसके परिवार को भी उससे मिलने नहीं दिया गया। शिकायत के अनुसार, यातना सहन न कर पाने के कारण, उसने ‘लॉकअप रूम’ में मिली जहरीले पदार्थ की एक शीशी उठाकर पी ली।
मलिक ने यह भी दावा किया कि एक पुलिसकर्मी ने जहरीले पदार्थ की शीशी ‘लॉकअप रूम’ में रखी थी और इसे पीते हुए देखने के बावजूद, किसी ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की।
मलिक के परिवार के सदस्यों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें यह भी नहीं बताया गया कि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है।
उन्होंने दावा किया कि परिवार को उसके बारे में कटक में गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती होने के तीन दिन बाद पता चला।
महेश्वर ने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस ने हिरासत में मेरे बेटे पर बेरहमी से हमला किया और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हमें इसकी सूचना नहीं दी गई।’’
हालांकि, बालीचंद्रपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक समरजीत नायक ने हमले के आरोपों से इनकार किया और स्पष्ट किया कि थाने में अचानक तबीयत खराब होने के बाद मलिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
भाषा राजकुमार