गिल और जायसवाल के शतक, भारत के स्टंप तक तीन विकेट पर 359 रन
नमिता
- 20 Jun 2025, 11:53 PM
- Updated: 11:53 PM
लीड्स, 20 जून (भाषा) कप्तान शुभमन गिल (नाबाद 127 रन) और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (101 रन) के शानदार शतकों की मदद से भारत ने शुक्रवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन दबदबा बनाते हुए स्टंप तक तीन विकेट गंवाकर 359 रन बना लिए।
पहला दिन भारतीय बल्लेबाजों के नाम रहा जिन्होंने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। गिल और जायसवाल ने तीसरे विकेट के लिए 129 रन की भागीदारी निभाकर टीम को दो विकेट पर 92 रन के स्कोर से 221 रन तक पहुंचाया। मेजबान टीम ने लंच तक केएल राहुल (42 रन) और पदार्पण कर रहे बी साई सुदर्शन (शून्य) के विकेट गंवा दिए थे।
दिन का खेल समाप्त होने तक कप्तान गिल के साथ उप कप्तान और विकेटकीपर ऋषभ पंत 65 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे। दोनों ने चौथे विकेट के लिए नाबाद 138 रन की भागीदारी निभा ली है।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने दो जबकि ब्रायडन कार्स ने एक विकेट झटका।
जायसवाल और गिल ने शानदार खेल दिखाकर ‘विराट कोहली और रोहित शर्मा’ युग के बाद भारतीय बल्लेबाजी को आगे ले जाने के जज्बे का परिचय दिया।
पूर्व कप्तान कोहली और रोहित के संन्यास लेने के बाद भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप में अनुभव की कमी है। वहीं जायसवाल और गिल दोनों टेस्ट क्रिकेट में नए नहीं हैं लेकिन नयी पीढ़ी के भारतीय सितारों को अपने पूर्ववर्ती स्टार की जगह भरने को लेकर काफी चिंता जताई जा रही थीं। पर आज की शतकीय पारियों को देखते हुए संकेत काफी अच्छे दिख रहे हैं।
सलामी बल्लेबाज जायसवाल पहले शतक तक पहुंचे, उन्होंने 144 गेंद में 16 चौके और एक छक्का अपना पांचवां सैकड़ा जड़ा। वहीं गिल ने दिन के अंत में 140 गेंद में शतक जड़ा जो भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में उनका पहला शतक है। दोनों जिस तरह से शतक तक पहुंचे, उसका अंदाज पूरी तरह से अलग था।
भारत ने दूसरे सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया।
जायसवाल ने संयमित होकर बल्लेबाजी की, विशेषकर ऑफ स्टंप के बाहर जबकि वह सामान्यत: गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते दिखते हैं। हाल में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ए के लिए खेलते बाएं हाथ के इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने जो गलतियां की थीं, उन्हें इस पारी में नहीं दोहराया।
हालांकि कुछ मदद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी की जो सही लाइन और लेंथ पाने में संघर्ष करते रहे जिससे भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने के पूरे मौके मिले।
इस सयंमित पारी के दौरान भी जायसवाल ने कुछ बेहतरीन शॉट लगाए। उन्होंने तेज गेंदबाज जोश टंग की गेंद पर एक बेहतरीन ऑफ-ड्राइव शॉट लगाया और इसी गेंदबाज की गेंद पर एक शानदार छक्का जड़ा।
वहीं गिल बल्लेबाजी की सामान्य रणनीति पर अडिग रहे, उन्होंने ऑन-साइड पर और ऑफ-साइड पर शानदार शॉट लगाए। इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने क्रिस वोक्स की गेंद पर ऑफ-ड्राइव के बाद एक और शॉट लगाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जायसवाल ने ब्रायडन कार्स पर प्वाइंट और कवर में लगातार चौके लगाए और 99 रन तक पहुंचे। फिर इसी गेंदबाज पर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया।
यह इंग्लैंड में जायसवाल की पहली पारी थी और उन्होंने इसे यादगार बना दिया। उन्हें हाथों की मांसपेशियों में कुछ खिंचाव महसूस हो रहा था जिसका उपचार भी किया गया। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने शतक बनाकर जोश के साथ जश्न भी मनाया।
चाय के तुरंत बाद स्टोक्स ने जायसवाल के स्टंप उखाड़ दिए जिससे गिल के साथ उनकी साझेदारी का अंत हुआ।
पर गिल ने उप कप्तान पंत के साथ साझेदारी बनाई। पंत ने अपना 16वां टेस्ट अर्धशतक बनाने के दौरान इस प्रारूप में 3000 रन पूरे किए।
गिल ने 56 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद उन्होंने धीमी गति से रन बनाये और 90 रन के बाद वह थोड़े नर्वस दिखे। उन्होंने टंग के खिलाफ गली में एक शानदार शॉट लगाया और एक डाइव ने उन्हें करीबी रन आउट होने से बचाया।
लेकिन गिल भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी पहली पारी में शतक बनाने का मौका नहीं छोड़ना चाहते थे। उन्होंने टंग की गेंद पर शानदार चौका लगाकर यह उपलब्धि हासिल की।
गिल इस तरह विजय हजारे, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और विराट कोहली के साथ अपनी कप्तानी की शुरुआत में शतक बनाने वाले एक बेहद खास क्लब में शामिल हो गए।
सुबह के सत्र में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (42 रन) और जायसवाल ने इंग्लैंड के आक्रमण का डटकर सामना करते हुए पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़कर अच्छी शुरूआत कराई। पर पहले सत्र के अंतिम क्षण में राहुल के आउट होने के बाद पदार्पण कर रहे सुदर्शन खाता भी नहीं खोल सके।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने हेंडिग्ले की पिच को देखकर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया । यह पिच पिछले एक दशक में बल्लेबाजों के लिए मददगार बन गई है और इसकी झलक पहले ही सत्र में दिखी।
तेज गेंदबाजों के लिए पिच में ‘मूवमेंट’ और स्विंग दिख रहा था। लेकिन भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने सुबह अच्छी बल्लेबाजी की।
इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी दिख रही थी जिससे वे भारतीय बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके।
इंग्लैंड के गेंदबाज स्टोक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग और क्रिस वोक्स ने राहुल और जायसवाल को बहुत ज्यादा फुल लेंथ गेंदबाजी की जिससे उन्होंने कुछ आसान ‘सिंगल’ रन चुराए।
जायसवाल ने सुबह वोक्स की गेंद पर मिड-ऑफ पर शानदार ड्राइव के साथ शुरूआत की। तो वहीं राहुल ने कार्स और टंग की गेंद पर कवर पर शॉट लगाए ।
रोहित शर्मा के संन्यास के बाद सलामी बल्लेबाज की जगह वापस पाने वाले राहुल ने बेहतरीन फैसले लिये और तकनीकी निपुणता दिखाई। पर वह पहले सत्र के अंत में कार्स की ढीली गेंद को खेलने के प्रयास में स्लिप में जो रूट को कैच देकर आउट हो गए।
वहीं रूट (209) अब पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के टेस्ट क्रिकेट में 210 कैच के रिकॉर्ड की बराबरी करने से सिर्फ एक कैच दूर हैं।
राहुल के आउट होने के बाद सुदर्शन चार गेंद खेलकर खाता भी नहीं खोल सके और स्टोक्स की गेंद पर विकेटकीपर जेमी स्मिथ को कैच थमा बैठे।
भाषा