झारखंड: झामुमो ने भोगनाडीह झड़प के लिए भाजपा को ठहराया जिम्मेदार, उच्चस्तरीय जांच की मांग
नोमान नरेश
- 02 Jul 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
रांची, दो जुलाई (भाषा) सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बुधवार को आरोप लगाया कि झारखंड के साहेबगंज जिले में हूल दिवस पर भोगनाडीह में हुई झड़प भाजपा द्वारा रची गई एक सुनियोजित साजिश थी और उसने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
झामुमो महासचिव और केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से संथाल परगना क्षेत्र में अशांति फैलाने का आरोप लगाया।
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा महासचिव और राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू ने कहा कि झामुमो नीत सरकार "अपनी तुष्टिकरण की राजनीति से संथाल परगना क्षेत्र को नष्ट करना चाहती है।"
भट्टाचार्य ने एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया, "भोगनाडीह में 30 जून को हुई घटना एक सुनियोजित साजिश थी। पुलिस की शुरुआती जांच से यही पता चला है। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा संथाल परगना क्षेत्र में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है। वे इस क्षेत्र को दूसरा मणिपुर बनाना चाहते हैं।"
पुलिस ने सोमवार को भोगनाडीह में हूल दिवस के अवसर पर आयोजित एक आधिकारिक समारोह से पहले, साहेबगंज जिला प्रशासन द्वारा कथित तौर पर एक मंच को गिराए जाने का विरोध कर रहे लोगों के एक समूह पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया था।
भोगनाडीह घटना को गंभीर मामला बताते हुए उन्होंने सरकार से उच्चस्तरीय जांच कराने और इसमें शामिल सभी लोगों को बेनकाब करने की अपील की।
भाजपा सांसद साहू ने दावा किया, "आदिवासियों और सिदो-कान्हू के वंशजों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के लिए माफी मांगने के बजाय, झामुमो राजनीति कर रही है। सरकार अपनी तुष्टिकरण की राजनीति से संथाल परगना क्षेत्र को नष्ट करना चाहती है।"
भोगनाडीह आदिवासी नायकों सिदो और कान्हू मुर्मू का जन्मस्थान है, जिन्होंने 1855-56 में ब्रिटिश शासन और स्थानीय जमींदारों के खिलाफ संथाल विद्रोह का नेतृत्व किया था।
हूल दिवस 30 जून को आदिवासी विद्रोह की याद में मनाया जाता है।
भाषा नोमान