भाजपा विधायकों ने दिल्ली विस में बदहाल सीवर, आवारा पशु, अस्पतालों की खराब स्थिति जैसे मुद्दे उठाए
खारी सुरेश
- 05 Aug 2025, 09:20 PM
- Updated: 09:20 PM
नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े स्थानीय मुद्दे उठाते हुए क्षतिग्रस्त सीवर लाइन, आवारा पशुओं और सरकारी अस्पतालों की खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
मानसून सत्र के दूसरे दिन विधायकों ने नियम 280 के तहत ‘विशेष उल्लेख’ प्रावधान का उपयोग करते हुए इन समस्याओं को उठाया और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
मुस्तफाबाद विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में 12 साल पहले बिछाई गई सीवर लाइन अभी तक सही तरीके से काम नहीं कर रही हैं।
उन्होंने सदन को बताया, ‘‘यह पूर्ववर्ती सरकार में भ्रष्टाचार का आलम ही था कि सीवर लाइन ठीक से काम नहीं कर रही है। यह एक गंभीर मुद्दा है। पूरा क्षेत्र परेशानी से जूझ रहा है।’’
शकूरबस्ती विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले करनैल सिंह ने महावीर अस्पताल की खराब स्थिति को उजागर किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह लगभग 20 लाख लोगों को सेवा प्रदान करता है, लेकिन यहां कर्मचारियों की भारी कमी है। मैंने स्वास्थ्य मंत्री को एक सूची सौंपी है। अस्पताल की इमारत का सिर्फ 50 प्रतिशत हिस्सा ही इस्तेमाल में लिया जा रहा है। यहां बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के लिए पूर्ववर्ती ‘आप’ (आम आदमी पार्टी की) सरकार ज़िम्मेदार है।’’
मादीपुर विधायक कैलाश गंगवाल ने आवारा पशुओं की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, ‘‘आवारा गोवंश और कुत्ते परेशानी का कारण बने हुए हैं। पशु चिकित्सक लापरवाह हैं और लोग प्रतिबंधित नस्ल के कुत्ते पाल रहे हैं।’’
रिठाला के विधायक कुलवंत राणा ने क्षेत्र के बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘‘कर्मचारी साधारण जांचों और चिकित्सक से मिलने के समय निर्धारित कराने के लिए रिश्वत लेते हैं। वर्षों से अस्पताल की मरम्मत नहीं हुई है।’’
त्रिलोकपुरी विधायक रविकांत ने भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में टूटी सीवर लाइनों का मुद्दा उठाया और लोक निर्माण मंत्री से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
नांगलोई जाट विधायक मनोज शौकीन ने राशन कार्ड वितरण के लिए नयी नीति की मांग की।
इस बीच, विपक्ष की नेता आतिशी ने सरकार पर झुग्गीवासियों के पुनर्वास में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘कालकाजी के भूमिहीन कैंप में, तोड़फोड़ के बाद 3,000 निवासियों में से केवल 1,800 को ही पुनर्वास फ्लैट मिले। सरकार ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ का वादा पूरा करने में नाकाम रही है।’’
‘आप’ के एक अन्य विधायक वीर सिंह धिंगान ने मांग की कि सरकार विधानसभा परिसर में वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा स्थापित करे।
भाषा खारी