मातृभूमि के लिए अवंती बाई लोधी का संघर्ष और बलिदान प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा: योगी आदित्यनाथ
जफर खारी
- 16 Aug 2025, 03:53 PM
- Updated: 03:53 PM
लखनऊ, 16 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अवंती बाई लोधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि मातृभूमि के लिए उनका संघर्ष और बलिदान प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा है।
लखनऊ में वीरांगना अवंती बाई लोधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आज महान वीरांगना अवंती बाई लोधी जी की 195वीं जयंती है। इस अवसर पर, मैं महान वीरांगना अवंती बाई लोधी को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अवंती बाई लोधी जी ने भारत की स्वतंत्रता के खातिर उस समय के तानाशाही शासन को उखाड़ फेंकने के लिए एक बड़े संघर्ष का नेतृत्व किया। मातृभूमि के लिए उनका संघर्ष, उनका बलिदान प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसीलिये डबल इंजन की सरकार ने उनके (अवंती बाई लोधी) प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए बदायूं में पीएसी की एक नई बटालियन की स्थापना की है, जिसे वीरांगना अवंती बाई लोधी के नाम से समर्पित किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि यह बटालियन प्रदेश की बेटियों को समर्पित है। इसके साथ ही वहां उनकी प्रतिमा की स्थापना का कार्यक्रम भी आगे बढ़ाया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘सरकार ने मातृशक्ति के प्रति सम्मान दिखाते हुए कई कदम उठाए हैं। झांसी में रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, जबकि बांदा में महारानी दुर्गावती के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया गया।’’
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘प्रदेश में तीन नयी बटालियन लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी, गोरखपुर में वीरांगना झलकारीबाई और बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर स्थापित की।’’
सागर (मध्यप्रदेश) स्थित रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानियों में रानी अवंती बाई लोधी का प्रमुख स्थान है।
उनका जन्म 16 अगस्त 1831 को मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के मनकेहनी नामक गांव में हुआ था। उनके पिता राव जुझार सिंह एक जमींदार थे और उन्होंने बचपन में ही तलवारबाजी और घुड़सवारी में महारत हासिल कर ली थी।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की स्मृतियों को बनाए रखने के लिए प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के लिए सात श्रमजीवी छात्रावासों के निर्माण की योजना पर काम हो रहा है जो महिलाओं को सुरक्षित आश्रय और रोजगार में आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे।’’
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पटेल, महापौर सुषमा खर्कवाल आदि उपस्थित थे।
भाषा जफर